स्वच्छता में तीन बार नंबर-1 शहर के हाल...
टोटियों से लेकर लोटियों से लेकर लाइट तक गायब, सफाई व्यवस्था भी दुरूस्त नहीं
इंदौर। नगर निगम ने स्वच्छता अभियान के अंतर्गत शहर में सैकड़ों शौचलाए बनाए और उन्हें संचालित करने रखरखाव करने के लिए विज्ञापनों की अनुमति दी। अब यह हालत है कि शौचालयों पर लगे बोर्ड तो जगमगा रहे हैं, लेकिन शौचालयों की हालत खस्ता है।
हालत यह है कि शौचालय में लगी नल की टोटियां सहित लाईट तक गायब हो गई है। साथ ही सफाई व्यवस्था भी दुरूस्त नहीं रहती है। इंदौर नगर निगम को स्वच्छता अभियान के अंर्तगत आमजन के सहयोग से इंदौर शहर को तीन बार नंबर वन का खिताब मिला। खिताब मिलने में जितना सहयोग आम जनता का है उतना ही काम नगर निगम के कर्मचारियों ने भी किया लेकिन इन दिनों शहर में बने सैकड़ों शौचालयों की हालत देखते हुए ऐसा लग रहा है कि क्या यह वही निगमकर्मी है जो स्वच्छता अभियान में पूरे मनोयोग से काम करते रहे हैं। इन दिनों शहर के विभिन्न स्थानों पर बने शौचालयों में नल की टोटी तक गायब है। वहीं कतिपय आवारा तत्वों द्वारा शौचालयों में शराब की खाली बोतलें डाली जाती हैं। यही नहीं इन शौचालयों के पाट तता लाइट बल्ब भी गायब हो चुके हैं।
हर माह होती है लाखों की आमदनी
हर माह होती है लाखों की आमदनी शुरुआती दौर में जब यह शौचालय बन रहे थे तब निगम अधिकारियों द्वारा बताया गया था कि इन शौचालयों के रखरखाव के लिए राजस्व व्यवस्था विज्ञापनों के जरिए होगी। शौचालय पर बड़े बड़े विज्ञापन लगाए गए हैं जिससे निगम को हर माह लाखों रूपए की आमदनी होती है, लेकिन शौचालयों के रखरखाव में लगने वाली यह आय न मालूम कहां खर्च हो रही है।
नहीं हई केयरटेकर की व्यवस्था
नगर निगम ने कुछ शौचालयों को सुलभ इंटरनेशनल की तर्ज पर दिया हुआ है, किंतु निगम के अधिकार क्षेत्र के शौचालयों में केयरटेकर रखने की बात कही जा रही थी। काफी अरसा बीत गया है। इन शौचालयों के रखरखाव के लिए आज तक केयरटेकर की व्यवस्था नहीं की गई है।