अफसरों की जिद में उलझा प्लेटफार्म चार की पार्किंग का ठेका

इंदौर। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर चार के बाहर बनी वीआईपी पार्किंग का ठेका रेलवे अफसरों की जिद में उलझा गया है। चौथी बार टेंडर होने के बाद भी अब तक लेने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है। दरअसल इसके पीछे वजह यह है कि यहां इतनी कम गाड़िया आती हैं कि ठेकेदार पार्किंग के सालभर में दस लाख रूपए भी नहीं वसूल पाता है। फिर भी रेलवे को यहा से 18 लाख से भी ज्यादा साल के चाहिए। उसके बाद रेलवे के सख्त नियम कायदों और शर्तों में भी ठेकेदार उलड़ा कर रह जाता है।


बताते हैं कि यहा का ठेका सबसे ज्यादा महगा होने के कारण लंबे समय से कोई भी बड़ा ठेकेदार प्लेटफार्म चार के पार्किंग ठेके में रेलवे की लाख कोशिश के बाद भी दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। रतलाम मंडल ने वीआईपी पार्किंग की सालाना रिजर्व प्राईस 18 लाख 63 हजार रूपए तय की है। इसी कारण चार बार टेंडर जारी करने के बाद भी कोई भी रेलवे के इस महगे टेंडर में दिलचस्पी नहीं दिखा पा रहा है। वहीं इसके साथ ही मंडल ने प्लेटफार्म नंबर एक के बाहर बने रिर्जवेशन कार्यालय की पार्किंग का भी टेंडर जारी किया है। हालाकि इस पार्किंग की अच्छी खासी डिमांड है। यहा ठेकेदार को कोई दिक्कत नहीं है। यहा की पार्किंग में अच्छी कमाई है। जिसके कारण यहा ज्यादा लोग दिलचस्पी दिखा रहे हैं।